इस जानलेवा बीमारी के कारण जाकिर हुसैन कह गए इस दुनियां को अलविदा jakir hossain
जानिए इस आर्टिकल में जाकिर हुसैन की मृत्यु का कारण और साथ ही उनकी नेटवर्थ और उनका भारत में संगीत क्षेत्र में योगदान साथ ही जानिए निधन की जानकारी मिली और अब कहां और कैसे इस दुनिया को अलविदा कहा गए उस्ताद jakir hossain
BOLLYWOOD
chirag
12/16/20241 मिनट पढ़ें








निधन की जानकारी
उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन 15 दिसंबर, 2024 को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में हुआ। परिवार के अनुसार, वे इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस (IPF) नामक फेफड़ों की बीमारी से पीड़ित थे, जिससे उनकी हालत बिगड़ी थी।
उस्ताद जाकिर हुसैन की मृत्यु भारतीय संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनकी कला और योगदान हमेशा याद किए जाएंगे
उस्ताद जाकिर हुसैन का योगदान
उस्ताद जाकिर हुसैन का जन्म 9 मार्च, 1951 को मुंबई में हुआ था। उनके पिता उस्ताद अल्ला रक्खा कुरैशी भी एक महान तबला वादक थे। जाकिर हुसैन ने तीन साल की उम्र में तबला बजाना शुरू कर दिया था और 11 साल की उम्र में अमेरिका में अपना पहला कॉन्सर्ट दिया था। साल 1973 में उन्होंने अपना पहला एल्बम 'लिविंग इन द मैटेरियल वर्ल्ड' लॉन्च किया था। उन्हें 1988 में पद्मश्री, 2002 में पद्म भूषण, और 2023 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। साल 2009 में उन्हें 51वां ग्रैमी अवॉर्ड मिला था। उनके संगीत ने भारतीय शास्त्रीय संगीत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय बनाया।
इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस (IPF) क्या है?
IPF एक ऐसी स्थिति है जिसमें फेफड़ों के ऊतक मोटे और सख्त हो जाते हैं, जिससे फेफड़ों की कार्यक्षमता कम हो जाती है। इस बीमारी के कारण फेफड़ों में स्कार टिश्यू का निर्माण होता है, जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है। इसकी वजह से फेफड़ों की क्षमता कम हो सकती है, जिससे सांस लेने में परेशानी हो सकती है।
जाकिर हुसैन की नेटवर्थ
दोस्तों आपको जानकर हैरानी होगी कि जाकिर हुसैन एक कंसेंट के लिए 10 लाख तक फीस लेते थे और उनकी नेटवर्थ यानी कुल संपत्ति लगभग 1 मिलियन अमरीकी डॉलर है यानी भारतीय करेंसी में लगभग 8 करोड़ 44 लाख रुपए जो कि एक बहुत बड़ा अमाउंट है
उस्ताद जाकिर हुसैन, जिनकी तबला वादन की कला ने भारतीय संगीत को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाई, का निधन 15 दिसंबर, 2024 को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में हुआ। उनकी मृत्यु का मुख्य कारण इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस (IPF) नामक फेफड़ों की गंभीर बीमारी बताई जा रही है।