राजकपूर (rajkapoor) जी की 100 वीं जयंती, अमिताभ बोले मौका न चुकना उठा लेना फायदा

दोस्तों अमिताभ बच्चन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि राजकपूर जी आवारा फिल्म उनके दिल की गहराइयों में बस चुकी है। साथ ही राजकपूर जी की प्रेमिका नरगिस को भी याद किया और राजकपूर की कुछ फिल्मों का भी जिक्र किया और अंत कुछ ऐसा कहा कि आप मौका न चुके।

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chirag

12/15/20241 मिनट पढ़ें

My post contentदोस्तों जैसा कि आपको पता है कि 14 दिसंबर को अखंड भारत पाकिस्तान में 14 दिसंबर, 1924 को जन्में महान अभिनेता राजकपूर जी की 100 वीं जयंती 14 दिसंबर 2024 को मनाई गई और अमिताभ बच्चन सहित कई अभिनेताओं और यहां तक कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भी कपूर परिवार से मिलकर बाते की और राजकपूर जी श्रद्धांजलि भी दी।

बिग बी का कपूर खानदान से रिश्ता:

दोनों परिवारों के बीच रिश्तेदारी है। दरअसल, अमिताभ बच्चन की बेटी श्वेता बच्चन की शादी राज कपूर की बेटी रितु नंदा के बेटे निखिल नंदा से हुई है। यानी राज कपूर, अमिताभ बच्चन के दामाद निखिल के नाना थे।

आवारा फिल्म, नरगिस और अमिताभ बच्चन:

दोस्तों अमिताभ बच्चन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि राजकपूर जी आवारा फिल्म उनके दिल की गहराइयों में बस चुकी है। साथ ही राजकपूर जी की प्रेमिका नरगिस को भी याद किया और राजकपूर की कुछ फिल्मों का भी जिक्र किया और अंत कुछ ऐसा कहा कि आप मौका न चुके। दोस्तों हम आपके लिए उनका ब्लॉग हिंदी में लाए है आप स्वयं ही पढ़ लो कि उन्होंने क्या लिखा है।

अमिताभ द्वारा लिखा गया ब्लॉग :

"टी 5223 - राज कपूर 100 - "सबसे महान शोमैन की शताब्दी का उत्सव"

40 शहरों और 135 सिनेमा घरों में 10 ऐतिहासिक राज कपूर फिल्मों की भव्य स्क्रीनिंग का महोत्सव आज से शुरू हो रहा है!

क्लासिक सिनेमा को बड़े पर्दे पर वापस लाने की अपनी प्रतिबद्धता को जारी रखते हुए, मुझे खुशी है कि फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन ने आर.के. फिल्म्स के साथ मिलकर राज कपूर की विरासत को जीवित रखने और पूरे भारत में दर्शकों को उस कलाकार की फिल्मों को फिर से देखने का मौका देने के लिए हाथ मिलाया है, जिसने सिनेमा के लिए जिया और जिनकी फिल्मों ने आम आदमी की आवाज़ को परदे पर उतारा।

आज भी, आवारा एक ऐसी फिल्म है जो मेरे मन में गहराई से बस चुकी है। राजजी के अविश्वसनीय शोमैनशिप की बात करें तो, फिल्म में जिस तरह उन्होंने सपने के दृश्य (ड्रीम सीक्वेंस) की कल्पना की थी, वह पहले कभी नहीं देखा गया था। उनकी अद्भुत कल्पनाशीलता आपको हैरान कर देती है – स्वप्न दृश्य में उनका रहस्यमयी प्रतीकवाद, धुएं के बादलों के बीच से उभरती नर्गिसजी की अलौकिक छवि, जलते हुए अग्नि कुण्ड और राक्षसी आकृतियों से घिरे राजजी – यह सब अद्भुत और प्रभावशाली है। यह दृश्य मेरा सबसे पसंदीदा है।

13 से 15 दिसंबर तक राज कपूर की इन क्लासिक फिल्मों को अपने नजदीकी सिनेमा घर में देखने का मौका न चूकें!"